NATO Membership: फिनलैंड और स्वीडन की सदस्यता को नहीं रोकेगा तुर्की

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बर्लिन/स्टाकहोम। NATO Membership:  रूस – यूक्रेन युद्ध के बीच नाटो और अमेरिका ने रविवार को कहा कि उन्हें विश्वास है कि तुर्की पश्चिमी सैन्य गठबंधन में फिनलैंड और स्वीडन की सदस्यता को नहीं रोकेगा। क्योंकि नार्डिक राज्यों ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के जवाब में शामिल होने के लिए दृढ़ कदम उठाए हैं। फिनलैंड के राष्ट्रपति सौली निनिस्टो ने रविवार को पुष्टि की कि उनका देश नाटो में शामिल होने के लिए आवेदन करेगा।

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वहीं, स्वीडिश प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडर्सन ने कहा कि वह एक नाटो के आवेदन के लिए समर्थन का आश्वासन देने के लिए सोमवार को संसद में जाएंगी। स्वीडन की विदेश मंत्री एन लिंडे ने ट्वीटकर बताया कि आज स्वीडिश सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ने नाटो रक्षा गठबंधन में सदस्यता के लिए आवेदन करने के लिए हां कहने का ऐतिहासिक निर्णय लिया।

स्वीडन के रक्षा मंत्री ने दी चेतावनी

यूक्रेन पर रूसी आक्रमण ने पूरे स्वीडन और यूरोप के लिए सुरक्षा की स्थिति खराब कर दी है। देश के रक्षा मंत्री पीटर हल्टक्विस्ट ने चेतावनी दी कि स्वीडन एक खतरनाक स्थिति में होगा यदि यह बाल्टिक के आसपास का एकमात्र देश है जो नाटो से बाहर रहता है।

रविवार को बर्लिन में विदेश मंत्रियों की एक बैठक के मौके पर स्वीडन ने अपनी मांगो को रखा। विदेश मंत्री ने कहा कि हम पीछे रह जाएंगे। तुर्की, जिसने हाल के दिनों में अपने सहयोगियों को यह कहकर आश्चर्यचकित कर दिया था कि उसे फिनलैंड और स्वीडन की सदस्यता के बारे में आपत्ति है।

टर्की ने कहा कि वह चाहते हैं कि नार्डिक देश अपने क्षेत्र में मौजूद कुर्द आतंकवादी समूहों के लिए समर्थन बंद कर दें और तुर्की को हथियारों की कुछ बिक्री पर प्रतिबंध हटा दें।

नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि मुझे विश्वास है कि हम तुर्की द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं को इस तरह से दूर करने में सक्षम होंगे जिससे सदस्यता में देरी न हो।

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने संवाददाताओं से कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि हम उस पर आम सहमति पर पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि नाटो बातचीत के लिए एक जगह है। वहीं, तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू ने कहा कि बर्लिन में स्वीडिश और फिनिश समकक्षों के साथ बातचीत मददगार रही है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने अंकारा की चिंताओं का जवाब देने के लिए सुझाव दिए थे, जिस पर तुर्की विचार करेगा।

उधर, शुक्रवार को तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोअन ने कहा था कि वे दोनों देशों के नाटो सदस्य (NATO Membership) बनने से रोकने के लिए वीटो पावर का इस्तेमाल कर सकता है। रजब तैयब एर्दोअन ने कहा कि हम स्वीडन और फिनलैंड के घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं, लेकिन हमारा रुख पक्ष में नहीं है। एर्दोआन ने स्वीडन और अन्य स्कैंडिनेवियाई देशों के कुर्द विद्रोहियों, जिन्हें तुर्की आतंकवादी मानता है का हवाला देते हुए यह बात कही।

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