नई दिल्ली। Make in India scheme: मेक इन इंडिया योजना का बोलबाला अब विदेशों में भी गूंज रहा है। इसका एक बड़ा उदाहरण भारत और फ्रांस के बीच मेक इन इंडिया पहल के तहत अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्र पर मिलकर काम करने पर बनी सहमति है। भारत और फ्रांस इसपर एक द्विपक्षीय संबंध स्थापित करने पर सहमत हुए हैं। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल की फ्रांस यात्रा के दौरान अंतरिक्ष मुद्दों पर रणनीतिक वार्ता के बाद ये फैसला लिया गया है।
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नए क्षेत्रों में काम करने को लेकर दोनों देश आएंगे साथ
दोनों देशों में यह समझौता अंतरिक्ष और रक्षा एजेंसियों, प्रशासन और विशेष पारिस्थितिकी तंत्र के विशेषज्ञों को अंतरिक्ष पर लागू मानदंडों और सिद्धांतों पर चर्चा करने के साथ-साथ नए क्षेत्रों में काम करने के लिए एक साथ लाएगा। मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने सभी रक्षा क्षेत्रों में चल रहे गहन सहयोग का स्वागत किया था।
समुद्री सहयोग विश्वास भी बढ़ा
इस बीच, भारत और फ्रांस के बीच समुद्री सहयोग विश्वास के नए स्तर पर पहुंच गया है और पूरे हिंद महासागर में अभ्यास, आदान-प्रदान और संयुक्त प्रयासों के माध्यम से जारी रहेगा।
भारत और फ्रांस ने इस बात को रेखांकित किया कि लंबे समय से चल रहा आयुध सहयोग दोनों पक्षों के बीच आपसी विश्वास का प्रमाण है। मुंबई में एमडीएल में निर्मित छह स्कॉर्पीन पनडुब्बियां “मेक इन इंडिया” (Make in India scheme) पहल के अनुरूप फ्रांस से भारत में प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के स्तर को दर्शाती हैं।
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