Char dham Yatra : बर्फबारी के कारण फ‍िर रुकी केदारनाथ यात्रा

0
237

देहरादून: Char dham Yatra आज मंगलवार को भी केदारनाथ में बर्फबारी जारी है। सोमवार के बाद यहां मंगलवार तड़के बर्फबारी हुई। वहीं डीजीपी अशोक कुमार ने यह जानकारी दी कि सोनप्रयाग में रोके गए यात्रियों को केदारनाथ धाम के लिए रवाना किया गया। जिसके बाद फ‍िर सुबह साढ़े 11 बजे यात्रियों को सोनप्रयाग और गौरीकुंड में रोक दिया गया है। मौसम के अलर्ट के चलते दोपहर बाद ऋषिकेश और श्रीनगर से भी यात्रा को रोक दिया गया है।

Sharad Pawar : NCP के अध्यक्ष पद से शरद पवार ने किया इस्तीफे का एलान

गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के लिए रात आठ बजे बाद आवागमन बंद

वहीं पुलिस ने गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए रात आठ बजे बाद किसी प्रकार का आवागमन नहीं होगा। वहीं रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक यात्रा वाहन के संचालन पर पूरी तरह रोक रहेगी

केदारनाथ जाने वाले करीब तीन हजार यात्री रोके

केदारनाथ में हो रही बर्फबारी व मौसम विभाग के अलर्ट के चलते सोनप्रयाग में यात्रियों को रोक दिया गया है। सुबह 11.30 बजे सोनप्रयाग से केदारनाथ जाने वाले करीब तीन हजार यात्री रोके गए हैं। वहीं सोनप्रयाग से अब तक नौ हजार से अधिक यात्री रवाना हो चुके हैं। बता दें कि बीते तीन दिन से केदारनाथ में हो रही बर्फबारी व मौसम विभाग के अलर्ट के चलते सीमित संख्या में यात्री भेजे जा रहे हैं।

डीजीपी ने लिया यात्रा व्यवस्था का जायजा

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने मंगलवार को सोनप्रयाग व गौरीकुण्ड पहुंचकर पुलिस व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्‍होंने केदारनाथ धाम (Char dham Yatra) पैदल जा रहे यात्रियों से संवाद किया। यात्रियों द्वारा पालकी काउंटर पर अत्यधिक भीड़ के नियंत्रण के अनुरोध पर उपस्थित चौकी प्रभारी गौरीकुण्ड को पालकी बुकिंग काउंटर पर यात्रियों को कतारबद्ध तरीके से खड़ा कराने हेतु पुलिस बल नियुक्त करने के निर्देश दिए गए। गौरीकुण्ड में पुलिस व्यवस्थाओं को और अधिक दुरुस्त किये जाने के निर्देश दिये गये।

केदारघाटी में दस हजार से अधिक यात्री विभिन्न पड़ावों पर ठहराए

बता दें कि सोमवार सुबह से ही केदारनाथ धाम में भारी बर्फबारी होने से प्रशासन ने सोनप्रयाग में साढ़े दस बजे बाद यात्रियों की आवाजाही पर रोक लगा दी थी, साथ ही रुद्रप्रयाग में जवाड़ी बाईपास पर भी केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को बदरीनाथ की ओर मोड़ दिया गया। यात्रियों से अपील की गई कि पहले बदरीनाथ के दर्शन करें या फिर मौसम ठीक होने तक सुरक्षित स्थानों पर ही ठहरे, इसके बाद ही केदारनाथ दर्शनों को जाएं। सोनप्रयाग, सीतापुर, गुप्तकाशी, रामपुर, फाटा समेत केदारघाटी के विभिन्न पड़ावों में दस हजार से अधिक यात्री ठहराए गए।

सोमवार को सुबह से ही केदारनाथ धाम (Char dham Yatra) में बर्फबारी शुरू हो गई थी, जो पूरे दिन जारी रही। बर्फबारी में ही यात्री दर्शनों के लिए घंटों लाइन में खड़े रहे। मौसम विभाग के अलर्ट के चलते प्रशासन ने सोनप्रयाग में सुबह 10.30 पर सोनप्रयाग से यात्रियों के जाने पर रोक लगा दी। कुल 6678 यात्री ही रवाना हुए। इसके साथ ही रुद्रप्रयाग में जवाड़ी बाईपास पर भी सैकड़ों यात्रियों को जो केदारनाथ जाना चाहते थे, उन्‍हें बदरीनाथ की ओर मोड़ दिया गया। साथ ही यात्रियों से निवेदन किया गया कि केदारनाथ धाम में दो से तीन दिन तक मौसम विभाग का अलर्ट है, जिसको देखते हुए मौसम ठीक होने पर ही केदारनाथ दर्शनों को जाए।

डीएम की यात्रियों से अपील

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने केदारनाथ दर्शनों को आने वाले यात्रियों से अपील की है कि मौसम विभाग द्वारा अगले 2-3 दिनों तक अलर्ट जारी किया गया है, तथा उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बारिश एवं हिमपात की संभावना के दृष्टिगत केदारनाथ धाम दर्शन को आ रहे तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत मौसम ठीक होने तक जो यात्री जिस स्थान पर हैं उसी स्थान पर रहें तथा रुक-रुक कर यात्रा करें। राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए जिला प्रशासन का सहयोग करें।

यात्रियों की पुलिस कर रही मदद

भारी बर्फबारी के बीच श्री केदारनाथ धाम दर्शनों को पहुंच रहे श्रद्धालुओं की मदद में पुलिस बढ़ चढ़कर भाग ले रही है। पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डॉ0 विशाखा अशोक भदाणे ने केदारनाथ धाम में तैनात पुलिस बल को श्रद्धालुओं के सुरक्षा प्रबन्धन के साथ ही उनकी सेवा व मौसम के अनुरूप मार्गदर्शन करने के निर्देश दिये गये हैं। पुलिस उपाधीक्षक केदारनाथ यात्रा विवेक कुमार के नेतृत्व में केदारनाथ धाम में तैनात पुलिस बल द्वारा धाम तक पहुंच चुके श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन कराये जा रहे हैं। असहाय व बुजुर्ग श्रद्धालुओं की मदद की जा रही है। सभी श्रद्धालुओं को दर्शन के बाद सम्भव हो सके तो वापस जाने की सलाह दी जा रही है।

Virat Kohli vs Gautam Gambhir : आखिर क्यों हुई विराट और गौतम के बीच लड़ाई?