नई दिल्ली। NEET PG 2022: सुप्रीम कोर्ट ने नीट पीजी 2022 परीक्षा को स्थगित करने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया है। सर्वोच्च न्यायालय में आज, 13 मई 2022 को हुई सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने कहा कि परीक्षा स्थगित करने से मरीजों की देखभाल और उपचार की व्यवस्था पर असर होगा। मामले की सुनवाई कर रही खण्डपीठ ने केंद्र सरकार की दलील से सहमति जताई कि पहले से ही अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टरों की कमी है क्योंकि इस साल पीजी डॉक्टरों के 2 बैच थे। खण्डपीठ ने कहा कि किसी भी राहत से मरीजों की देखभाल और डॉक्टरों की उपलब्धता पर असर पड़ेगा। यह उन 2.06 लाख डॉक्टरों के करियर को भी प्रभावित करेगा, जिन्होंने इस साल नीट-पीजी 2022 के लिए पंजीकरण कराया है।
International Nurses Day 2022: उत्तराखंड में वर्षवार होगी नर्सिंग स्टाफ की भर्ती
नीट पीजी 2022 पर आज होनी थी सुनवाई
पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट, नीट पीजी 2022 (NEET PG 2022) का 21 मई को आयोजन की स्थगित किए जाने की मांग वाली याचिका पर उच्चतम न्यायालय में सुनवाई होनी थी। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (पीजी) 2022 के लिए आवेदन किए कई उम्मीदवारों द्वारा दायर इस याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ और पी. एस. नरसिंहा की खण्डपीठ द्वारा सुनवाई की जानी थी। याचिका में मांग की गई थी कि पिछले वर्ष की परीक्षा के आधार पर काउंसलिंग की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हुई है, ऐसे में परीक्षा का आयोजन फिलहाल टालने के आदेश शीर्ष अदालत द्वारा राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीई) को दिए जाएं।
IMA ने स्वास्थ्य मंत्री से लगाई परीक्षा टालने की गुहार
दूसरी तरफ, इंडियन मेडिकल एसोशिएशन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से पत्र लिखकर अपील की है कि नीट पीजी 2022 परीक्षा का 21 मई को आयोजन स्थगित किया जाए। समाचार एजेंसी एएनाई के एक अपडेट के अनुसार, आइएमए द्वारा अपने पत्र में कहा गया है कि वर्ष 2021 की काउंसलिंग और फिर परीक्षा में बेहद कम अंतर होने के चलते 5000 से अधिक मेडिकल इंटर्न अयोग्य हो गए हैं। कई मेडिकल इंटर्न जिन्होंने कोविड वारियर के तौर पर ड्यूटी निभाई वे फाइन एग्जाम में देरी और अपनी इंटर्नशिप पूरी न कर पाने के कारण नीट पीजी 2022 में सम्मिलित नहीं हो पा रहे हैं।
International Nurses Day 2022: उत्तराखंड में वर्षवार होगी नर्सिंग स्टाफ की भर्ती