नई दिल्ली। Sharad Pawar : शरद पवार ने दो मई को अचानक अध्यक्ष पद से इस्तीफे का एलान कर सबको हैरत में डाल दिया था, वहीं पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता पवार के इस फैसला से नाखुश थे और अपना इस्तीफा वापस लेने की मांग कर रहे थे। बता दें कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की समिति ने पवार का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है।। शरद पवार एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर बने रहेंगे।
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शुक्रवार को समिति की बैठक के बाद एनसीपी नेताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पार्टी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा, ‘शरद पवार जी ने दो मई को अचानक अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी। उन्होंने आगे की कार्रवाई के लिए और नए अध्यक्ष का चुनाव करने के लिए पार्टी नेताओं की एक समिति नियुक्त की। आज हमने समिति की बैठक की।’
देश और पार्टी को उनकी जरूरत : प्रफुल्ल
प्रफुल्ल ने आगे कहा कि मेरे अलावा कई नेताओं ने पवार साहब (Sharad Pawar) से मुलाकात की और हमने उनसे लगातार अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया, क्योंकि इस समय देश और पार्टी को उनकी जरूरत है। ना केवल एनसीपी नेताओं बल्कि पार्टी के अन्य नेताओं और प्रतिष्ठित हस्तियों ने भी उनसे पार्टी प्रमुख के रूप में बने रहने का अनुरोध किया।
शरद पवार से अध्यक्ष बने रहने का अनुरोध
प्रफुल ने आगे कहा कि पवार साहब ने हमें बिना बताए इस्तीफे का फैसला ले लिया। पार्टी कार्यकर्ताओं और नेता की सभी मांगों पर विचार करते हुए हमने आज बैठक की और समिति ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है। समिति सर्वसम्मति से इस इस्तीफे को खारिज करती है और हम उनसे पार्टी अध्यक्ष के पद पर बने रहने का अनुरोध करते हैं।
पवार ने 18 सदस्यीय समिति का किया था गठन
गौरतलब है कि पार्टी का नया अध्यक्ष चुनने के लिए पवार ने 18 सदस्यीय समिति का गठन किया था। समिति में प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, पीसी चाको, नरहरि जिरवाल, अजीत पवार, सुप्रिया सुले, जयंत पाटिल, छगन भुजबल, दिलीप वलसे-पाटिल, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, जितेंद्र आव्हाड, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, जयदेव गायकवाड़ शामिल थे।
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