चम्पावत: CM Dhami Champawat tour मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का चम्पावत सीट से उपचुनाव लड़ना लगभग माना जा रहा है। सुगबुगाहट है कि एक सप्ताह के अंदर ही इसकी औपचारिक घोषणा भी हो जाएगी। सीएम के चम्पावत सीट से उपचुनाव लडऩे की चर्चा पिछले कुछ दिनों से चल रही है। इन अटकलों को सीएम के 21 अप्रैल को सीमांत मंच के प्रस्तावित चम्पावत दौरे ने और बल दे दिया है। सीएम मंच गांव में जन सभा को संबोधित करेंगे साथ ही गुरु गोरखनाथ धाम के दर्शन भी करेंगे।
PM Modi in Dahod: पीएम बोले- मेक इन इंडिया का हिस्सा बनेगा दाहोद
CM Dhami Champawat tour update:
विधायकों ने भी सीएम के लिए अपनी सीटें छोडऩे की पेशकश की
विधान सभा चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद विधायक कैलाश गहतोड़ी ने पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर उपचुनाव होने पर चम्पावत सीट छोडऩे का एलान किया था। इसके कुछ दिन बाद प्रदेश के पांच अन्य विधायकों ने भी सीएम के लिए अपनी सीटें छोडऩे की पेशकश की थी।
संगठन ने पुष्कर धामी को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद विधायक कैलाश गहतोडी ने पुन: इसी बात को दोहराते हुए सीट छोड़ने को कहा। कुछ दिन पूर्व भाजपा चम्पावत की नगर व ग्रामीण मंडल ईकाइयां भी मुख्यमंत्री को चम्पावत सीट से चुनाव लड़ाने की मांग पार्टी नेतृत्व से कर चुकी हैं। जुलाई 2021 में मुख्यमंत्री बने पुष्कर सिंह धामी का चम्पावत क्षेत्र से शुरू से लगाव रहा है।
सीएम के रूप में छह माह की पहली पारी में उन्होंने बनबसा, टनकपुर, चम्पावत, अमोड़ी, देवीधुरा, नाखुड़ा का दौरा किया। 23 मार्च को सीएम पद की शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री धामी का पहला दौरा बनबसा, टनकपुर, पूर्णागिरि धाम का रहा।
चम्पावत सीट से चुनाव लडऩे की खबरों के बीच गुरुवार को होने वाला सीएम का चम्पावत दौरा कहीं न कहीं चम्पावत सीट से चुनाव लडऩे की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। सीएम चम्पावत से ही चुनाव लड़ेंगे अभी यह तय नहीं हुआ है लेकिन लगातार चम्पावत के दौरे करना उनकी इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
सीएम 21 अप्रैल को सीमांत मंच गांव जाएंगे और जन सभा को संबोधित करेंगे
चम्पावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी भी कुछ दिन पहले मंच का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने क्षेत्र की जनता से चम्पावत से चुनाव लडऩे पर मुख्यमंत्री को भारी मतों से जिताने की अपील की थी।
अब सीएम का मंच दौरा सीमावर्ती गांवों को वोटरों को साधने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है। विधायक गहतोडी भी वर्तमान में देहरादून में ही हैं। वह भी उनके साथ ही आएंगे। उनके सीट छोडने के प्रस्ताव को पार्टी हाईकमान को भेज चुकी है।
चम्पावत से इसलिए लड़ेंगे चुनाव
मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र और उनके पुराने विधानसभा क्षेत्र खटीमा से चम्पावत विधान सभा सीट की दूरी सिर्फ 12 किमी है। चम्पावत सीट पर सीएम की नजर अन्य सीटों से ज्यादा है। ऐसा इसलिए है कि मैदान और पहाड़ वाली इस सीट में आधे से अधिक मतदाता टनकपुर और बनबसा में हैं।
यह सीट पूर्व सैनिक बाहुल्य भी है। सैनिक पारिवारिक पृष्ठभूमि वाले सीएम के लिए पूर्व फौजियों की हमदर्दी पहले से ही रही है। इसके अलावा यहां वर्ष 2017 और वर्ष 2022 में यह सीट भाजपा की झोली में गई है। दोनों ही बार भाजपा प्रत्याशी की जीत का अंतर काफी अधिक रहा है।
सीएम के यहां से चुनाव लड़ने पर सीमांत के साथ जनपद का विकास तेजी से होगा। अब तक प्रदेश मंत्रीमंडल की उपेक्षा में रहे जनपद को भी प्रतिनिधित्व मिलेगा।